| 1. | भावज-ऐसे स्वार्थियों से कपट करना पुण्य है।
|
| 2. | भावज-ऐसे स्वार्थियों से कपट करना पुण्य है।
|
| 3. | यदि कपट करना चाहतीं तो यहाँ कभी न आतीं।
|
| 4. | कपट करना, खुटाई करना, छल करना
|
| 5. | आप यदि कपट करना चाहतीं तो यहां कभी न आतीं।
|
| 6. | आप यदि कपट करना चाहतीं तो यहां कभी न आतीं।
|
| 7. | छल धोखेबाज़ी करना छेनी कपट करना चीट घास चीट घास
|
| 8. | अपनी प्रजा के लिये छल कपट करना तो राष्ट्रभक्ति की श्रेणी में आता है।
|
| 9. | हम लोगों का जैसा भीतर है, वैसा ही बाहर है, हम लोग कपट करना क्या जानें।
|
| 10. | छल धोखेबाज़ी करना छेनी कपट करना चीट घास चीट घास छेनी से काटना बेवफ़ाई करना बेवफ़ाई करना छल करना
|